संस्कृतरहस्यम्
Wednesday, 23 October 2019
अग्ने नय सुपथा राये 1. 89.1
(
ऋग्वेद
1.189.1,
यजुर्वेद
5.36,7.43,40.16,
तैत्तिरीय संहिता
1.1.14.3, 1.4.43.1,
तैत्ति. ब्राह्मण
2.8.2.3,
तैत्ति. आरण्यक
1.8.8.,
शतपथ ब्राह्मण
14.8.3.1)
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